Weather Update: देश के विभिन्न हिस्सों में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा दी है। उत्तर भारत में मानसून के सक्रिय होने से दिल्ली से लेकर पहाड़ी इलाकों तक भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति बन गई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन की घटनाओं ने कई परिवारों की जान ले ली है। मौसम विभाग ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली में बारिश की संभावना
दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को भी बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 3 और 4 अगस्त के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। लाहुल स्पीति, किन्नौर और सिरमौर को छोड़कर बाकी जिलों में भारी बारिश और आंधी की आशंका जताई गई है। वर्तमान में प्रदेश में 115 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, 225 ट्रांसफार्मर खराब हैं, और 106 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
राजस्थान में भारी बारिश की संभावना
राजस्थान के कई क्षेत्रों में अगले एक हफ्ते तक मानसून सक्रिय रहेगा। जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, कोटा और उदयपुर संभाग में 3 और 4 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है। झारखंड में बने नए कम दबाव के क्षेत्र का असर राजस्थान के विभिन्न इलाकों में दिखाई देगा।
प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति
दिल्ली: सामान्य से कम तापमान, हल्की बारिश की संभावना।
हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी, सड़कें और बिजली आपूर्ति बाधित।
उत्तराखंड: भूस्खलन से प्रभावित जिले, कई परिवारों की जान गई।
राजस्थान: अगले एक हफ्ते तक भारी बारिश की संभावना, कोटा और उदयपुर में विशेष अलर्ट।
मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए, संबंधित राज्यों की सरकारों ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। इस मानसूनी मौसम में सुरक्षित रहने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है।