Land Survey : बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य नए सिरे से शुरू होने जा रहा है। पटना जिले में 16 अगस्त से और वैशाली जिले में 18 अगस्त से यह सर्वेक्षण अभियान शुरू होगा। इस महत्वपूर्ण पहल के तहत, ग्राम सभा की बैठकों के माध्यम से लोगों को इस सर्वेक्षण की जानकारी दी जाएगी और सभी 23 अंचल कार्यालयों में शिविर लगाए जाएंगे। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भूमि विवादों को सुलझाना और भूमि के डिजिटल रिकॉर्ड्स को संधारित करना है।
पटना जिले में सर्वेक्षण की तैयारियां
पटना जिले में भूमि सर्वेक्षण के लिए 23 अंचल कार्यालयों में शिविर लगाए जाएंगे, जहां रैयत (भू-धारक) अपनी-अपनी जमीन के कागजात जमा करेंगे। इसके लिए, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अंतर्गत 396 अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र दिया गया है, जिनमें से 280 विशेष सर्वेक्षण अमीन पहले ही योगदान दे चुके हैं। इसके अलावा, 18 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, 36 विशेष सर्वेक्षण कानूनगो, और 37 विशेष सर्वेक्षण लिपिकों को भी इस कार्य के लिए नियोजित किया गया है।
पद | संख्या |
---|---|
विशेष सर्वेक्षण अमीन | 280 |
विशेष सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी | 18 |
विशेष कानूनगो | 36 |
विशेष लिपिक | 37 |
वैशाली जिले में 1508 गांवों का सर्वेक्षण
हाजीपुर के विशेष भू-सर्वेक्षण व बंदोबस्त कार्य की प्रशासनिक उद्घोषणा के साथ, वैशाली जिले के 1508 राजस्व गांवों में भू-सर्वेक्षण का काम शुरू होगा। जिला प्रशासन और बंदोबस्त कार्यालय इस कार्य के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पहले छोटे गांवों से शुरू होकर धीरे-धीरे सभी गांवों का सर्वेक्षण किया जाएगा। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य भूमि विवादों को कम करना और भूमि के आंकड़ों को अपडेट करना है।
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील
इस सर्वेक्षण प्रक्रिया में सफलतापूर्वक काम करने के लिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की गई है। सभी मुखिया और सरपंच से अनुरोध किया गया है कि वे सर्वेक्षण कार्य के हर चरण में सहयोग करें। बंदोबस्त पदाधिकारी विपिन कुमार यादव ने बताया कि प्रत्येक जिला में एक बंदोबस्त पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है ताकि सर्वे के काम में तेजी लाई जा सके।