Kal Ka Mausam 3 May 2024: पश्चिमी विक्षोभ भारतीय मौसम के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसके परिणामस्वरूप देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इस पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में देखा जाता है, जो समुद्र तल से लगभग 5.8 किमी ऊपर है। यह विक्षोभ लगभग 42 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 26 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में स्थित है।
मौसम की हलचल पूरे देश में
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल में सबसे प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
- दक्षिणी असम में बारिश: हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो बार भारी बारिश हुई।
- उत्तरी क्षेत्र में बारिश: गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं।
- उच्च तापमान की स्थिति: बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर लू की स्थिति और अलग-अलग हिस्सों में भीषण लू चली।
- लू की स्थिति: झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति उत्पन्न हुई।
आगामी मौसम के पूर्वानुमान
आगामी 24 घंटों के दौरान, देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम की संभावित गतिविधियों के बारे में निम्नलिखित अनुमान हैं:
- अरुणाचल प्रदेश में बारिश: हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है।
- पश्चिमी हिमालय में बर्फबारी: 4 मई से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाएगी जो रुक-रुक करके अगले 5 या 6 दिनों तक जारी रहेगी।
- अन्य क्षेत्रों में मौसम: पूर्वोत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, और केरल और दक्षिणी तमिलनाडु में हल्की छिटपुट बारिश हो सकती है। लू की स्थिति गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, सौराष्ट्र और कच्छ में कुछ स्थानों पर देखी जा सकती है। जानकारों का कहना है कि झारखंड, केरल, तेलंगाना और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बन सकती है।
इस प्रकार, पश्चिमी विक्षोभ का मौसम पर प्रभाव देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न विधियों में दिखाई देता है, जिससे लोगों को समय-समय पर अपडेट रहने की जरूरत है।