Monsoon Forecast 2024: पिछले वर्ष औसत से कम वर्षा के बाद, इस साल चार महीने अच्छी वर्षा की संभावना ज्योतिषियों, किसानों और मौसम विभाग द्वारा जताई जा रही है। किसानों का मानना है कि इस साल टिटहरी पक्षी ने चार अंडे दिए हैं, और वह भी ऊंचाई पर, जिससे मानसून जल्दी आने की उम्मीद है। ज्योतिषियों का कहना है कि बुध, गुरु, शुक्र और सूर्य की युति अच्छी वर्षा का कारण बनेगी। मौसम विज्ञानियों ने भी अच्छी वर्षा की संभावना व्यक्त की है।
पुरातन विद्या से वर्षा का अनुमान
आज की तकनीकों के अभाव में पुराने समय में मौसम का अनुमान लगाना चुनौतीपूर्ण था। विशेष रूप से, नौतपा की तीव्र गर्मी से वर्षा की संभावना का अनुमान लगाया जाता था। कुछ किसान गर्मी के मौसम में टिटहरी द्वारा दिए गए अंडों की संख्या से भी वर्षा का अंदाजा लगाते थे।
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ग्राम पालकी के किसान पहाड़सिंह रघुवंशी बताते हैं कि उनके बुजुर्गों का कहना था कि यदि टिटहरी चार अंडे देती है तो चार महीने वर्षा होगी। इस साल उनके खेत में टिटहरी ने चार अंडे दिए हैं। यदि तीन अंडे होते तो तीन महीने वर्षा होती। उन्होंने बताया कि अंडों की स्थिति से तेज और मंद वर्षा का भी अनुमान लगाया जाता है। जितने अंडे खड़े होते हैं, उतने महीने तेज वर्षा और जितने अंडे बैठे होते हैं, उतने महीने कमजोर वर्षा मानी जाती है।
किसान रामसेवक मीना बताते हैं कि टिटहरी ने अंडे कहां दिए हैं, इसका भी अपना महत्व होता है। यदि टिटहरी ने ऊंचाई पर अंडे दिए हैं तो जल्दी वर्षा होगी और नीची जगह अंडे दिए हैं तो देर से वर्षा होगी। कहावत के अनुसार, नीचे अंडे देने से वर्षा देरी से होने के संकेत हैं।
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ग्राम भैरोखेड़ी के किसान संजय राठी बताते हैं कि टिटहरी लंबी टांगों और कर्कश आवाज वाला एक पक्षी है जिसके अंडों से बरसात का अनुमान लगाया जाता है। टिटहरी आम तौर पर तीन या चार अंडे देती है और कभी-कभी दो अंडे भी देखे गए हैं। पुराने जमाने के लोग इसके अंडों की संख्या के आधार पर वर्षा का अंदाजा लगाते थे। तीन अंडे तो तीन महीने वर्षा और चार अंडे तो चार महीने वर्षा। इस साल टिटहरी ने चार अंडे रखे हैं। यानी चार महीने वर्षा होगी।
नौतपा में वर्षा की संभावना नहीं
शहर के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय पुरोहित बताते हैं कि 25 मई से नौतपा लग जाएंगे। लेकिन इस साल नौतपे में वर्षा की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। इसके अलावा, बुध, गुरु, शुक्र और सूर्य की युति भी तपों को जमकर तपाएंगी। उन्होंने बताया कि शुक्र तपता है और फिर जमकर वर्षा कराता है। 25 मई से शुरू होकर 8 जून तक तपा चलेंगे, लेकिन नवतपा 2 जून तक रहेंगे।
मौसम विज्ञानी सतेन्द्रसिंह तोमर का भी कहना है कि इस साल अच्छी वर्षा के संकेत मिल रहे हैं।