Monsoon Update 2024: राजस्थान में इन दिनों प्रचंड गर्मी का दौर चल रहा है। लेकिन मौसम विभाग ने एक राहत भरी जानकारी सामने आई है। दरअसल विभाग ने आगामी तीन घंटों के भीतर उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़, बारां और करौली जिले में तेज हवाओं के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विभाग के अनुसार इन जिलों में मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली भी चमकेगी।
कब होगी मानसून की एंट्री
इस साल मानसून केरल तट पर 5 जून तक पहुंचेगा। वहीं, राजस्थान सहित मेवाड़ में दक्षिण पश्चिमी मानसून 25 जून तक दस्तक देगा। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस बार मानसून सामान्य ही रहेगा। उदयपुर मेवाड़ सहित पूरे प्रदेश में सामान्य मानसून की उम्मीद है।
कहाँ पहुंचा मानसून 2024
केरल तट पर 5 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ता हुआ 25 जून के आसपास दक्षिणी राजस्थान में प्रवेश करने की उम्मीद है। मौसम जानकारों के अनुसार, हर साल अरब सागर से आने वाली हवा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून लेकर आती है, इसी वजह से इसका प्रवेश उदयपुर-कोटा संभाग के रास्ते होता है। मानसून यहीं से पूरे राजस्थान में छा जाता है।
राजस्थान में प्रवेश के लिए यह कोटा-झालावाड़ और मेवाड़-वागड़ का मार्ग चुनता है। बांसवाड़ा में मानसून का प्रवेश सबसे पहले होता है। इस कारण इसे मानसून का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
मानसून की बारिश
मानसून की बारिशें राजस्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले इस राज्य में मानसून की बारिशें किसानों के लिए जीवन रेखा साबित होती हैं। बारिश से फसलों को पानी मिलता है और किसानों की आय में वृद्धि होती है। इसके अलावा, मानसून की बारिशें भूजल स्तर को भी बढ़ाती हैं।
राजस्थान में मानसून की तैयारी
राजस्थान सरकार ने मानसून सीजन के लिए व्यापक तैयारी की है। राज्य सरकार ने किसानों को समय पर बीज और उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए इंतजाम किए हैं। इसके अलावा, सरकार ने बाढ़ से बचाव के लिए भी उचित कदम उठाए हैं।