How is hail formed: दिल्ली में गर्मी का प्रचंड तांडव जारी है। तपती धूप और लू के थपेड़ों से लोग बेहाल हैं। मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली में भीषण गर्मी और लू चलने का रेड अलर्ट जारी किया है। IMD ने दिल्लीवासियों को झुलसा देने वाली गर्मी से हाल फिलहाल में राहत की कोई संभावना नहीं जताई है। IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि मौजूदा स्थिति अगले एक हफ्ते तक बनी रहेगी।
शनिवार को रिकॉर्ड तोड़ा:
एक दिन पहले शनिवार को दिल्ली में 43.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ सीजन का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। मंगेशपुर में 46.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ज्यादा गर्मी दर्ज की गई। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन लू चली।
ऐसे में लोगों को इंतजार है कि कब बारिश होगी और इस भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। जैसे की आपको पता है कि जब भी बारिश होती है तो कहीं न कहीं पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होती है। लेकिन कभी आपने ये सोचा की कैसे आसमान में पानी के ये गोले बनते है और कैसे धरती पर गिरते है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आसमान में ओले बनते है और धरती पर बारिश के साथ कब गिरते है।
ओले कैसे बनते हैं?
बारिश के साथ अक्सर ओले भी गिरते हैं। लेकिन ये ओले कैसे बनते हैं? आइए, जानते हैं इसकी प्रक्रिया:
1. वाष्पीकरण और बादल बनना
नदियों और समुद्र से पानी भाप बनकर ऊपर उठता है और बादल बनाता है। जैसे-जैसे ऊंचाई बढ़ती है, तापमान कम होता जाता है।
2. बर्फ के टुकड़े बनना
आसमान में ऊंचाई पर तापमान शून्य से कई डिग्री कम हो जाता है, जिससे हवा में मौजूद नमी पानी की छोटी-छोटी बूंदों के रूप में जमने लगती है। ये बूंदें बर्फ के टुकड़े या गोलों का रूप धारण कर लेती हैं।
3. धरती पर गिरना
जब ये बर्फ के गोले भारी हो जाते हैं, तो ये आसमान से गिरने लगते हैं। गर्म हवा से टकराकर ये गोले पिघल सकते हैं और पानी की बूंदों में बदल जाते हैं, जो बारिश के रूप में गिरते हैं। अगर ये बर्फ के टुकड़े मोटे होते हैं, तो ये पिघल नहीं पाते और ओले बनकर धरती पर गिरते हैं।
ओलावृष्टि से नुकसान
ओलावृष्टि से फसलों, विमान, ऑटोमोबाइल, और कांच की छत वाली संरचनाओं को बहुत नुकसान पहुंचता है।
भीषण गर्मी के बाद दक्षिण के राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने अभी अभी जारी किया पूर्वानुमान
ओलावृष्टि कब होती है?
ओलावृष्टि की सबसे अधिक संभावना सर्दियों और मानसून से पहले होती है। आमतौर पर मार्च और अप्रैल में ओला कम गिरता है, लेकिन इस समय ओले गिरना सामान्य से अलग है।