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Monsoon 2024 Tracker : मौसम विभाग का नया अपडेट; जानिए कब और कहां पहुंचेगा मानसून

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Monsoon 2024 Tracker : मौसम विभाग का नया अपडेट; जानिए कब और कहां पहुंचेगा मानसून

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Monsoon 2024 Tracker : भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसून के आगमन को लेकर नया अपडेट जारी किया है। इस अपडेट के अनुसार, अभी मानसून अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में पहुंच चुका है। जिसके चलते बीते 24 घंटों में केरल के तिरुवनंतपुरम में तेज बारिश हुई। यह बारिश प्री-मानसून के अंतर्गत आती है और मानसून के वास्तविक आगमन में अभी थोड़ा समय है।

इस साल सामान्य तारीख से जल्दी पहुंचेगा मानसून

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, इस साल मानसून केरल में सामान्य तारीख से पहले ही दस्तक दे सकता है। जबकि सामान्यतः केरल में मानसून के आने की तारीख 1 जून होती है, इस बार यह 28 मई से 3 जून के बीच कभी भी आ सकता है। पिछले साल, मानसून अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 19 मई को ही पहुंच गया था लेकिन केरल में यह 8 जून को पहुंचा था, जोकि 9 दिन की देरी थी।

मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में कब पहुंचेगा मानसून

मध्य प्रदेश और राजस्थान में मानसून के आगमन की तिथि भी तय की गई है। IMD के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून 16 से 21 जून के बीच पहुंचेगा और राजस्थान में यह 25 जून से 6 जुलाई के बीच दस्तक देगा।

उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून की स्थिति

उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मानसून के आगमन की संभावना तय की गई है। IMD के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में मानसून 18 से 25 जून के बीच पहुंचेगा और बिहार-झारखंड में 18 जून तक मानसून पहुंच जाएगा।

1972 से अब तक का मानसून रिकॉर्ड

IMD के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 150 सालों में मानसून के केरल पहुंचने की तारीखें काफी अलग-अलग रही हैं। 1918 में मानसून सबसे पहले 11 मई को केरल पहुंचा था जबकि 1972 में सबसे देरी से 18 जून को पहुंचा था। पिछले चार सालों में मानसून 1 जून 2020, 3 जून 2021, 29 मई 2022, और 8 जून 2023 को केरल पहुंचा था।

पिछले साल की तुलना में इस बार अच्छी बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार ला नीना से अच्छी बारिश का अनुमान है। क्लाइमेट के दो प्रमुख पैटर्न होते हैं: अल नीनो और ला नीना। पिछले साल अल-नीनो सक्रिय था, जिसके दौरान सामान्य से कम 94% बारिश हुई थी। इस साल अल-नीनो परिस्थितियां खत्म हो गई हैं और संभावना है कि तीन से पांच हफ्तों में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी। 2020 से 2022 के दौरान ला-नीना के दौरान 109%, 99%, और 106% बारिश हुई थी।

ला नीना और अल नीनो क्या होते हैं?

अल नीनो में समुद्र का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़ जाता है, जिससे अधिक बारिश वाले क्षेत्रों में कम और कम बारिश वाले क्षेत्रों में ज्यादा बारिश होती है। इसके विपरीत, ला नीना में समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होता है, जिसके कारण दुनियाभर के मौसम पर असर पड़ता है। इससे आसमान में बादल छाते हैं और अच्छी बारिश होती है।

बेहतर बारिश से किसानों को फायदा

IMD ने बताया है कि 2024 में 106% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। मानसून सीजन के लिए लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 868.6 मिलीमीटर यानी 86.86 सेंटीमीटर होता है। मौसम विभाग 104 से 110 फीसदी के बीच बारिश को सामान्य से बेहतर मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है, क्योंकि खरीफ की फसलें सामान्य मानसूनी बारिश पर निर्भर करती हैं।

कहां कब पहुंचेगा मानसून

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इस साल भी राजस्थान में सबसे आखिरी में मानसून पहुंचेगा। यहां हम आपको बताते हैं कि भारत के विभिन्न राज्यों में मानसून कब पहुंचेगा:

  • केरल: 1 से 3 जून
  • तमिलनाडु: 1 से 5 जून
  • आंध्रप्रदेश: 4 से 11 जून
  • कर्नाटक: 3 से 8 जून
  • बिहार: 13 से 18 जून
  • झारखंड: 13 से 17 जून
  • पश्चिम बंगाल: 7 से 13 जून
  • छत्तीसगढ़: 13 से 17 जून
  • गुजरात: 19 से 30 जून
  • मध्य प्रदेश: 16 से 21 जून
  • महाराष्ट्र: 9 से 16 जून
  • गोवा: 5 जून तक
  • ओडिशा: 11 से 16 जून
  • उत्तर प्रदेश: 18 से 25 जून
  • उत्तराखंड: 20 से 28 जून
  • हिमाचल प्रदेश: 22 जून
  • लद्दाख, जम्मू: 22 से 29 जून
  • दिल्ली: 27 जून
  • पंजाब: 26 जून से 1 जुलाई
  • हरियाणा: 27 जून से 3 जुलाई
  • चंडीगढ़: 28 जून
  • राजस्थान: 25 जून से 6 जुलाई

मानसून का महत्व और तैयारी

मानसून का भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ता है। मानसूनी बारिश के बिना भारतीय कृषि का भविष्य अधूरा है। इसलिए, किसानों को मानसून की जानकारी के आधार पर अपनी फसलों की योजना बनाने की आवश्यकता होती है।

मानसून के अपडेट और पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, हमें भी अपनी दैनिक जीवन और योजनाओं को समायोजित करना चाहिए। मौसम विभाग के ताजा अपडेट से हमें मानसून की सटीक जानकारी मिलती है, जिससे हम बेहतर तैयारी कर सकते हैं।

भारतीय मौसम विभाग ने मानसून को लेकर जारी किए गए नए अपडेट के अनुसार, इस साल मानसून सामान्य तारीख से पहले ही केरल में दस्तक दे सकता है और पूरे देश में विभिन्न राज्यों में समय पर पहुंचने की संभावना है। बेहतर मानसून से किसानों और देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।

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