Monsoon 2024 Track: देश में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं। आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं। इस बीच बंगाल की खाड़ी से मानसून भी आ रहा है, जो लोगों को हीटवेव और लू से राहत दिलाएगा। जैसे ही मानसून (Monsoon 2024) दस्तक देगा, वैसे ही कई राज्यों में झमाझम बारिश होने लगेंगे। इसे लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। आइए जानते हैं कि कहां-कहां हो सकती है बारिश?
बंगाल की खाड़ी में बढ़ी हलचल
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में मानसून को लेकर हलचल बढ़ गई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और जल्द ही डिप्रेशन भी बनेगा, जिससे दक्षिण भारत में भारी बारिश होने के आसार हैं। निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और आकाशीय बिजली के साथ जमकर बादल बरसेंगे।
इन राज्यों में बारिश के आसार
केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल में आज भारी बारिश होने की संभावना है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा में 26 मई को भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं। हालांकि, पिछले दिनों इन इलाकों में बारिश हुई थी।
मानसून कब देगा दस्तक (Kab Aayega Monsoon 2024)
बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून सबसे पहले केरल में दस्तक देगा। केरल में 31 मई तक मानसून पहुंच जाएगा, जिससे वहां आंधी-तूफान के साथ जमकर बारिश होगी। इस मानसून का असर आसपास के राज्यों में भी देखने को मिलेगा।
यूपी-बिहार का मौसम
बिहार में मौसम सुहाना हो सकता है। आईएमडी ने कुछ जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
यूपी में फिलहाल मानसून का ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे।
IMD के अनुसार, देश में मानसून की स्थिति:
- केरल: 31 मई तक मानसून पहुंचने की उम्मीद है।
- दक्षिण भारत: 25 मई से 31 मई तक भारी बारिश की संभावना है।
- पूर्वोत्तर भारत: 26 मई से 30 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
- मध्य भारत: 3 जून से 7 जून तक मानसून पहुंचने की उम्मीद है।
- उत्तर भारत: 15 जून से 20 जून तक मानसून पहुंचने की उम्मीद है।
किसानों के लिए खुशखबरी
मानसून के आने से किसानों को भी खुशखबरी मिली है। बारिश होने से फसलों को पानी मिलेगा और अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है।
IMD ने लोगों को दी चेतावनी
आईएमडी ने लोगों को भारी बारिश के दौरान सतर्क रहने की चेतावनी दी है। लोगों को नदी-नालों के किनारे जाने से बचना चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए।