Car tyres care in summer: गर्मी का मौसम आते ही तापमान में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो जाती है। वर्तमान में, अधिकांश क्षेत्रों का तापमान 50 डिग्री या इससे ऊपर जा रहा है। ऐसी परिस्थितियों में गाड़ियों से संबंधित दुर्घटनाओं में भी तेजी आई है। भीषण गर्मी के दौरान गाड़ियों के टायर फटने की घटनाएं अधिक हो जाती हैं, जो कई मामलों में घातक साबित हो सकती हैं। इससे बचाव के लिए कुछ विशिष्ट बातों का ध्यान रखना अत्यावश्यक है। यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए जा रहे हैं, जिनको मानकर आप टायर फटने जैसी दुर्घटनाओं से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
1. टायर प्रेशर की नियमित जांच
अत्यधिक गर्मी में टायर का प्रेशर बढ़ जाता है। इसलिए, टायर प्रेशर को नियमित रूप से जांचें या जांच करवाएं और निर्माता द्वारा बताए गए स्तर पर रखें। अत्यधिक या कम प्रेशर दोनों ही टायर के फटने का कारण बन सकते हैं।
2. टायर की स्थिति की जांच
टायर की स्थिति को नियमित रूप से जांचें और सुनिश्चित करें कि उनमें कोई कट, दरार या क्षति नहीं है। टायर ट्रेड की गहराई भी जांचें। यदि ट्रेड की गहराई कम हो गई है, तो टायर को बदलें।
3. सही गति और ओवरलोडिंग से बचें
तेज गति से गाड़ी चलाने पर टायर अधिक गरम हो सकते हैं, जिससे उनके फटने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, स्पीड लिमिट का पालन करें। इसके अतिरिक्त, वाहन को अधिक लोड करने से टायरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। हमेशा वाहन की लोड कैपेसिटी का ध्यान रखें।
4. टायर का संतुलन और सही फिटिंग
टायर को सही ढंग से संतुलित और फिट किया जाना चाहिए। इससे उनकी उम्र बढ़ जाती है। टायरों की नियमित अलाइनमेंट और बैलेंसिंग कराएं। इससे टायर और सस्पेंशन सिस्टम की उम्र भी बढ़ती है।
5. स्पेयर टायर की जांच
स्पेयर टायर को भी नियमित रूप से जांचें और सुनिश्चित करें कि यह सही स्थिति में हो। इसे भी सही प्रेशर पर रखें। टायरों का नियमित रोटेशन कराएं। ऐसा हर 5,000 से 8,000 किलोमीटर के बीच किया जा सकता है।
6. सड़क की स्थिति पर ध्यान दें
खराब सड़कों पर गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें। गड्ढों और नुकीले पत्थरों से बचें। ज्यादा गर्मी वाले क्षेत्रों में हीट शील्ड का इस्तेमाल करें। यह टायर को सीधी धूप से बचाता है और उन्हें ठंडा रखता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: भीषण गर्मी में टायर फटने का मुख्य कारण क्या है? भीषण गर्मी में टायर का प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे टायर में अधिक तनाव पैदा होता है और वह फट सकता है। तेज गति और ओवरलोडिंग भी टायर फटने के मुख्य कारणों में से हैं।
Q2: क्या टायर प्रेशर को खुद से जांचा जा सकता है? हाँ, टायर प्रेशर को खुद से जांचा जा सकता है। इसके लिए आप टायर प्रेशर गेज का उपयोग कर सकते हैं, जो कि आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है।
Q3: टायर रोटेशन का महत्व क्या है? टायर रोटेशन से टायरों का पहनना समान रहता है, जिससे उनकी उम्र बढ़ जाती है और वे बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इसे हर 5,000 से 8,000 किलोमीटर पर किया जाना चाहिए।
भीषण गर्मी में सुरक्षित रहना और सावधानी बरतना नितांत आवश्यक है। इन सुझावों का पालन कर आप न केवल टायर फटने जैसी दुर्घटनाओं से बच सकते हैं, बल्कि अपने टायरों की उम्र को भी बढ़ा सकते हैं। नियमित जांच, सही प्रेशर, संतुलित गति, और लोडिंग का ध्यान रखकर आप अपनी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बना सकते हैं।