Haryana Weather Forecast: मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में सोमवार सुबह एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से 24 से 26 जून के बीच हरियाणा के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। रविवार को प्री-मानसून गतिविधियों के कारण राज्य के उत्तरी, दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई थी।
रविवार को नमी वाली हवाओं के आगमन और गर्मी के कारण कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश के फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक और यमुनानगर जिलों में तेज हवाओं के साथ बिखरी हुई हल्की बारिश हुई। नमी वाली हवाओं के कारण तापमान में अधिक वृद्धि नहीं हुई, लेकिन लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
आने वाले दिनों का मौसम:
आने वाले चार-पांच दिनों तक प्रदेश में मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान पूरे क्षेत्र में आंशिक बादल छाए रहेंगे और प्री-मानसून गतिविधियां जारी रहेंगी। सोमवार को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो जाएगा।
इसके प्रभाव से प्रदेश के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक और सोनीपत जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी। वहीं, प्रदेश के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी और चरखी दादरी में तापमान में हल्की वृद्धि होगी। साथ ही नमी वाली हवाओं के चलने से लोगों को अभी भी उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में मानसून का आगमन:
हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में मानसून 28 जून तक पहुंच जाएगा और 1 जुलाई तक यह सभी क्षेत्रों को कवर कर लेगा। इस बार मानसून में झमाझम बारिश देखने को मिलेगी। इसका कारण यह है कि हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में लगातार मानसून ट्रफ रेखा गुजरने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से भरपूर मात्रा में नमी वाली हवाओं के चलने से इस क्षेत्र में जबरदस्त बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
विशेषज्ञों का कहना:
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि नमी वाली हवाओं और गर्मी के कारण रविवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा और कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वे मौसम के बदलाव के अनुसार अपने आप को ढालें और बारिश से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करें।
किसानों के लिए सलाह:
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मानसून के आगमन से पहले अपनी फसलों की कटाई करें और जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने किसानों को धान की रोपाई भी जल्दी करने की सलाह दी है।