हिंदू धर्म में सावन का महीना सबसे पवित्र माना जाता है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई 2024 से शुरू होगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं, और इस दौरान भगवान भोलेनाथ की पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। इसी महीने में माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी।
आषाढ़ पूर्णिमा 2024
आषाढ़ पूर्णिमा को ही सावन का महीना शुरू होता है। यह दिन विशेष रूप से पवित्र माना जाता है और इस दिन से ही सावन के सोमवार का व्रत रखने की परंपरा शुरू होती है।
सावन में हरे रंग का महत्व
सावन के महीने में हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इस महीने में हरे रंग की चूड़ियाँ और साड़ियाँ पहनना शुभ माना जाता है। हरा रंग प्रकृति से जुड़ा होता है और इस समय में बरसात के कारण चारों ओर हरियाली छाई रहती है। हरा रंग सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक होता है, इसलिए सुहागिनें इस महीने में हरे रंग की चूड़ियाँ और साड़ियाँ पहनती हैं।
भगवान शिव को भी हरा रंग प्रिय है, इसलिए इस महीने में हरा रंग पहनने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
करियर से भी जुड़ा हरा रंग
शास्त्रों के अनुसार, हरा रंग करियर से भी जुड़ा होता है। बुध देव के लिए हरा रंग बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बुध के मजबूत होने से करियर में तरक्की और शासन करने की शक्ति बढ़ती है। सावन में हरा रंग पहनने से भाग्य खुलता है और करियर में उन्नति मिलती है।
सावन के सोमवार का व्रत
सावन के सोमवार का व्रत विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए रखा जाता है। इस व्रत को रखने से साधक को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है। इस महीने में हरे रंग का विशेष महत्व होता है और इसे पहनने से न केवल भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, बल्कि यह करियर में भी उन्नति का प्रतीक होता है। इसलिए, सावन के इस पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा और हरे रंग का महत्व समझना अत्यंत आवश्यक है।