चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले दो दिनों से चल रही डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार आधी रात (11:30 बजे) को समाप्त हो गई। आज से सभी डॉक्टर काम पर लौट आएंगे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) के अध्यक्ष राजेश ख्यालिया ने बताया कि सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल के साथ देर रात तक चली वार्ता के बाद सरकार ने आश्वासन दिया है कि वे सभी मांगें 15 अगस्त से पहले पूरी कर देंगे। अब सरकार और एसोसिएशन के बीच 9 दिन में दूसरी बार सहमति बनी है।
हड़ताल का कारण और समाधान
इससे पहले 18 जुलाई को डॉक्टरों के विशेष कैडर का गठन, एसएमओ के सभी पद प्रमोशन से भरने, बॉन्ड राशि 1 करोड़ से 50 लाख रुपए करने जैसी कई मांगों पर सहमति बन गई थी। लेकिन अधिसूचना जारी न होने के कारण डॉक्टर्स 25 जुलाई को हड़ताल पर चले गए थे। हड़ताल के दौरान गर्भवतियों और अन्य बीमार मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मृतकों के परिजनों को पोस्टमॉर्टम के लिए 70 किलोमीटर तक का सफर करना पड़ा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि अतिरिक्त प्रमुख सचिव स्तर पर संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत हुई है। कई दौर की बातचीत में एसीपी और बॉन्ड पॉलिसी को लेकर चर्चा हुई है। मंत्री ने कहा कि मांगों को लेकर सरकार और डॉक्टर्स एसोसिएशन का रुख सकारात्मक है। डॉक्टर्स की जल्द ही सभी मांगें पूरी की जाएंगी। मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सभी डॉक्टर्स काम पर लौट आएं।
हड़ताल के परिणाम
बीते 2 दिनों में 21 शवों को रोहतक पीजीआई और अग्रोहा अस्पताल में रेफर किया गया है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं और अन्य बीमार मरीजों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा हरियाणा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को एनएचएम हरियाणा के निदेशक डॉ. आदित्य दहिया के साथ बैठक की।
पंचकूला में करीब दो घंटे तक चली बैठक में कई मांगों पर विचार किया गया, लेकिन किसी तरह की सहमति नहीं बन पाई। एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री जितेंद्र कुमार वत्स ने बताया कि निदेशक के समक्ष सभी मांगें रखी गई हैं, लेकिन किसी पर सहमति नहीं बन पाई।