Aaj Ka Mausam, Weather Forecast 24 May 2024: केरल में मानसून से पहले ही भारी बारिश हो रही है। राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और त्रिशूर सहित प्रमुख शहरों में जलभराव की समस्या हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक भारी बारिश हो सकती है।
आईएमडी ने राज्य के पथानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिलों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश हो सकती है।
राज्य के उत्तरी जिलों में भारी जलभराव और बारिश से कई जगहों पर कई सड़कों के क्षतिग्रस्त हो गईं। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है।
आंध्र प्रदेश में गरज के साथ छींटे
आईएमडी ने 27 मई तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने और गरज के साथ छींटे पड़ने की भविष्यवाणी की है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी), यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) और रॉयलसीमा के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है, जबकि एनसीएपी में कुछ स्थानों पर शुक्रवार को भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
मौसम विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि 50 किलोमीटर प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) तक की गति से तेज हवाएं चलने की उम्मीद है।
राजस्थान में भीषण गर्मी का ‘रेड अलर्ट’
लगभग पूरा राजस्थान इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। मौसम विभाग ने अनेक जिलों में भीषण गर्मी की चेतावनी देते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
राज्य में पड़ रही गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते चौबीस घंटे में फलोदी में न्यूनतम तापमान ही 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को बाड़मेर में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम केंद्र के अनुसार राज्य के लोगों को इस भीषण गर्मी से तत्काल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। अगले पांच दिन राज्य के अनेक स्थानों पर ‘हीटवेव’ से ‘तीव्र हीटवेव’ का दौर जारी रहेगा। विभाग ने इसके लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
चक्रवात ‘रेमल’ पश्चिम बंगाल के तटों से टकरायेगा
रविवार शाम तक यह भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ पश्चिम बंगाल के तटों से टकरायेगा। इस मॉनसून पूर्व मौसम में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवात है।
यह प्रणाली शुक्रवार की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव क्षेत्र में केंद्रित हो जाएगा। यह शनिवार की सुबह एक चक्रवाती तूफान में बदल जायेगा और इसमें तेजी आयेगी। इसके बाद रविवार शाम तक यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बांग्लादेश और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल तट पर पहुंचेगा।
आईएमडी की माने तो, रविवार को चक्रवात के कारण 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम कार्यालय ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है। समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों को तट पर लौटने तथा 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी गई है।