Delhi Mumbai Expressway : भारत में एक नई योजना की तैयारी है, जिसमें देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हेलीपैड बनाए जाएंगे। इस एक्सप्रेसवे की यह खासियत होगी कि यह भारत का पहला एक्सप्रेसवे होगा, जहां पर हेलीपैड उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, एक वाइल्डलाइफ कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है, जो वन्य जीवन के लिए एक सुरक्षित पारगमन का माध्यम प्रदान करेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 1,350 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से मुंबई तक फैला हुआ है। यह 4 राज्यों, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र, से गुजरेगा।
- हेलीपैड: 12 हेलीपैड इस एक्सप्रेसवे पर बनाए जाएंगे, जो मेडिकल इमरजेंसी और सेना के उद्देश्यों के लिए उपयोगी होंगे।
- वाइल्डलाइफ कॉरिडोर: एक वाइल्डलाइफ कॉरिडोर भी बनाया जाएगा, जिससे वन्य जीवन के लिए एक सुरक्षित रास्ता प्रदान किया जाएगा।
हेलीपैड की स्थापना
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हेलीपैड बनाने के लिए पूरी तैयारी की है। इन हेलीपैड का उपयोग मेडिकल इमरजेंसी और आपातकालीन स्थितियों में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए किया जाएगा। इन हेलीपैड की स्थापना राजस्थान के कई जिलों में की जा रही है, जिसमें सवाई माधोपुर, दौसा और कोटा शामिल हैं।
वाइल्डलाइफ कॉरिडोर का महत्व
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे न केवल वाहन संचार के लिए महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के रूप में भी काम आएगा। इसके माध्यम से वन्य जीवन के लिए एक सुरक्षित रास्ता उपलब्ध होगा, जिससे जंगली जानवरों को वाहनों के शोर और हॉर्न से बचाया जा सकेगा। इसमें वाद्य यंत्रों का भी उपयोग किया जाएगा, जैसे सितार और शहनाई, जो वाहन चालकों के ध्यान को आकर्षित करेंगे।