Import onions from Afghanistan : नई दिल्ली- केंद्र सरकार ने अफगानिस्तान से प्याज के आयात की तैयारी कर ली है, जिससे उम्मीद है कि बाजार में कीमतों में गिरावट आ सकती है. देश के मुख्य शहरों में प्याज की मांग और सप्लाई की स्थिति को लेकर यह कदम उठाया गया है।
प्याज की सप्लाई में बदलाव
अफगानिस्तान से आया 200 टन प्याज भारतीय बाजार में उपलब्ध हो चुका है, जो कि मात्रा में कम होने के बावजूद उसकी कीमत बहुत ही सस्ती है। व्यापारियों का कहना है कि इससे भारतीय प्याज के दामों पर अभी कोई भारी असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि अफगानिस्तान से आये प्याज की गुणवत्ता भारतीय प्याज से कम होती है।
व्यापारियों और किसानों की चिंताएं
हालांकि, स्थानीय किसानों की ओर से इस आयात के खिलाफ विरोध भी दर्ज किया गया है। किसान संगठनों का कहना है कि विदेशी प्याज की बढ़ती आपूर्ति से वे अपने उत्पाद की कीमतों में कमी नहीं ला सकते हैं।
बाजार की व्यवस्था
नई दिल्ली और अमृतसर समेत अन्य बड़े बाजारों में प्याज की सप्लाई की गई रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानी प्याज की बिक्री 25 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच हो रही है। वहीं, घरेलू प्याज की बेहतर गुणवत्ता के कारण उनकी मांग बढ़ी हुई है।
केंद्र सरकार की कार्रवाई की मांग
व्यापारियों ने बाजार में पुराने प्याज की आपूर्ति देखी जा रही है, जिससे कि अफगानी प्याज के आने से घरेलू प्याज की कीमतों में कमी आ सकती है। हालांकि, कुछ बाजारों में इसकी आपूर्ति कम हो रही है जिससे कि उसकी कीमतें अभी भी मजबूत हैं।
इस बारे में विस्तृत चर्चा के बाद, व्यापारियों और किसानों ने केंद्र सरकार से आवाज उठाई है कि उन्हें इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में बाजार में प्याज की कीमतों में सुधार आ सकता है और लोगों को राहत मिल सके।