Government of Haryana :हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्वतंत्रता सेनानियों, उनके आश्रितों, आपातकाल पीड़ितों और मातृभाषा सत्याग्रहियों की मासिक पेंशन में भारी बढ़ोतरी की घोषणा की है। सैनी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों की पेंशन 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी गई है, जबकि आपातकाल पीड़ितों और मातृभाषा सत्याग्रहियों की पेंशन 20 हजार रुपये कर दी गई है।
नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर घोषणा की कि नई पेंशन दरें 1 जुलाई से लागू होंगी। यह घोषणा हरियाणा में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आई है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले साल अक्टूबर में 1957 के हिंदी आंदोलन में भाग लेने वाले मातृभाषा सत्याग्रहियों और आपातकाल पीड़ितों की पेंशन राशि बढ़ाने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि ये पेंशन 1 जुलाई से मिलनी शुरू होगी। आपातकाल के दौरान संघर्ष करने वालों की पेंशन 10,000 रुपये से बढ़कर 20,000 रुपये हो गई है। उन्हें भी 1 जुलाई से इसका लाभ मिलेगा।
वर्ष 1957 में, तत्कालीन पंजाब के हिंदी भाषी क्षेत्रों के कई लोगों ने अपनी मातृभाषा के सम्मान, प्रचार और क्रियान्वयन के लिए संघर्ष शुरू किया था। उन्हें मातृभाषा सत्याग्रही के रूप में जाना जाता है। लगभग सात साल पहले, हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने राज्य के उन निवासियों को मासिक पेंशन देने का फैसला किया था जो जून 1975 से मार्च 1977 के बीच आपातकाल के दिनों में पीड़ित थे और जेल गए थे।
हाल ही में हरियाणा सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग के लाभ के लिए कई निर्णय लिए हैं। राज्य सरकार ने क्रीमी लेयर के लिए ऊपरी आय सीमा बढ़ाकर 8 लाख प्रति वर्ष कर दी है।