Haryana News, Hisar: सांप का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है, लेकिन अग्रोहा के निवासी पवन सोलंकी का जीवन इस डर से बिल्कुल अलग है। पांच साल की उम्र से ही पवन को सांप काटने लगे और अब तक उन्हें करीब 40 बार सांप काट चुके हैं।
पवन के अनुसार, उनके शरीर से एक विशेष प्रकार की गंध आती है, जिसके कारण सांप बार-बार उन्हें काटते हैं। सांप के काटने का कोई निश्चित समय नहीं होता, कभी सोते हुए, कभी खेत में काम करते हुए, तो कभी लोगों के बीच बैठे हुए उन्हें सांप काट जाते हैं।
सांप के काटने के बाद पवन के शरीर पर छाले उभर आते हैं, जिनमें खुजली होती है। इसके बाद वे तुरंत ही दादी गोरी के मंदिर चले जाते हैं, जहां वे दो-तीन दिन रुकते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। मंदिर में ही वे सोते हैं और जब ठीक हो जाते हैं, तब घर लौटते हैं। घर आकर वे दस दिन तक अलग कमरे में रहते हैं और अपने कपड़े व अन्य चीजें भी अलग ही रखते हैं। जब वे पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं, तो अपने काम में लग जाते हैं।
नहीं आई कोई गंभीर बीमारी
पवन ने बताया कि इतने बार सांप काटने के बावजूद उनके शरीर में किसी प्रकार की कोई अन्य समस्या नहीं आई है। वे किसी प्रकार का नशा भी नहीं करते, यहां तक कि चाय भी नहीं पीते। केवल पूर्वी हवा चलने पर उन्हें नींद और आलस महसूस होता है, इसके अलावा उन्हें कोई अन्य परेशानी नहीं होती।
पेशे से व्यापारी है पवन
पवन अग्रोहा क्षेत्र में भैंस और अन्य पशुओं का व्यापार करते हैं। इस काम के चलते उन्हें क्षेत्र में अधिक आवाजाही करनी पड़ती है और व्यापार के सिलसिले में बाहर भी जाना पड़ता है। फिर भी, उन्हें किसी प्रकार की शारीरिक कमजोरी या बीमारी नहीं है।