IMD Weather, Haryana Weather News: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हरियाणा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कपास, धान, गन्ना, आम और सब्जियों के फसल प्रबंधन के लिए आवश्यक सुझाव दिए गए हैं। यह एडवाइजरी खासतौर पर मौजूदा बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए जारी की गई है।
1. कपास की फसल के लिए सलाह
कपास की फसल की देखभाल के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:
- खरपतवार प्रबंधन: कपास के खेतों में सफेद मक्खी के फैलाव को रोकने के लिए खरपतवारों की सफाई की जाए। खेत के मेड़ों, बंजर भूमि और सिंचाई चैनलों पर उगने वाले खरपतवारों को हटा दें।
- पिंक बॉलवर्म प्रबंधन: पिंक बॉलवर्म के नियंत्रण के लिए कम से कम 10 माइक्रो लीटर गॉसीप्लर के साथ स्टिका/डेल्टा ट्रैप का उपयोग करें। ट्रैप को पौधे की ऊंचाई से 15 सेमी ऊपर रखें और हर 15 दिनों में ट्रैप बदलें।
- लीफ कर्ल वायरस: संक्रमित पौधों को समय पर उखाड़कर नष्ट कर दें।
2. धान की फसल के लिए सलाह
धान की फसल की देखभाल के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:
- जड़-गांठ निमेटोड रोकथाम: बुवाई से 10 दिन पहले खेत में अंतिम जुताई के समय प्रति वर्ग मीटर 40 ग्राम सरसों के बीज डालें।
- बीज उपचार: धान के बीजों को 3 ग्राम स्प्रिंट प्रति किलोग्राम की दर से उपचारित करें।
- खरपतवार प्रबंधन: प्रति एकड़ 12-15 टन अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद डालें और अंकुरित खरपतवारों को मारने के लिए खेत की दो बार जुताई करें।
3. गन्ने की फसल के लिए सलाह
गन्ने की फसल की देखभाल के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:
- सिंचाई और खाद का प्रयोग: बारिश के पूर्वानुमान के समय सिंचाई और रासायनिक खाद का प्रयोग रोक दें।
- जल निकासी: यदि खेत में पानी भर जाता है तो उचित जल निकासी बनाए रखें और रुके हुए पानी को तुरंत हटा दें।
- दीमक और बोरर्स नियंत्रण: दीमकों के नियंत्रण के लिए 400 लीटर पानी के साथ 200 मिली कोरजेन 18.5 एससी डालें। बोरर्स के नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ 20,000 अंडों वाले ट्राइको-कार्ड का उपयोग करें।
तालिका: फसल प्रबंधन सुझाव
फसल | सुझाव |
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कपास | खरपतवारों की सफाई, पिंक बॉलवर्म ट्रैप, लीफ कर्ल वायरस प्रबंधन |
धान | जड़-गांठ निमेटोड रोकथाम, बीज उपचार, खरपतवार प्रबंधन |
गन्ना | सिंचाई और खाद का रोकथाम, जल निकासी, दीमक और बोरर्स नियंत्रण |
अधिक जानकारी और विस्तृत सलाह के लिए IMD की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। किसान भाई अपने खेतों की बेहतर देखभाल के लिए इस एडवाइजरी का पालन करें और फसलों को स्वस्थ बनाए रखें।