IMD Latest Update: इन दिनों भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, देश के कई हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में आज यानी 19 मई को गंभीर लू का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
दिल्ली का मौसम: राजधानी में हीटवेव का कहर
देश की राजधानी दिल्ली इस समय हीटवेव की चपेट में है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 22 मई तक सीवियर लू का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तेज गर्म हवाएं चलने की आशंका है और दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। आईएमडी के अनुसार, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
IMD का अनुमान: देशभर में मौसमी बदलाव
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान तेलंगाना, कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप, ओडिशा के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ भारी बारिश की उम्मीद है।
दक्षिणी छत्तीसगढ़, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिणी कोंकण और गोवा और दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी मध्य प्रदेश और गुजरात में हल्की बारिश की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में तापमान में वृद्धि देखी जा सकती है। गुजरात, राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों और हरियाणा में लू की स्थिति संभव है।
देश की मौसमी गतिविधियां: विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की स्थिति
स्काईमेट के अनुसार, कोमोरिन क्षेत्र और निकटवर्ती दक्षिण तमिलनाडु तट पर समुद्र तल से 1.5 से 4.5 किलोमीटर ऊपर एक परिसंचरण बना हुआ है। कोमोरिन क्षेत्र और इससे सटे दक्षिण तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण से लक्षद्वीप तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है।
पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिणी बांग्लादेश पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों में भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की उम्मीद है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय है।
तापमान की बढ़ोतरी और सावधानियां
देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। विशेषकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में तापमान और बढ़ सकता है। इस दौरान गर्मी से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- बाहर निकलने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- हल्के और सूती कपड़े पहनें।
- सिर को ढककर रखें और छतरी का उपयोग करें।
- धूप में निकलने से बचें, खासकर दोपहर के समय।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
दक्षिण भारत में बारिश की संभावना
तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। यह बारिश कुछ क्षेत्रों में भारी भी हो सकती है। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह बारिश कुछ जगहों पर बाढ़ की स्थिति भी पैदा कर सकती है। इसलिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए अलर्ट और सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
मौसमी बदलाव और फसलों पर असर
भीषण गर्मी और लू के कारण खेती-बाड़ी पर भी असर पड़ रहा है। फसलों को समय पर पानी देना और उनकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। वहीं, बारिश के कारण दक्षिण भारत में कुछ फसलों को फायदा हो सकता है, लेकिन अत्यधिक बारिश से फसलें नष्ट भी हो सकती हैं। किसानों को मौसम के अनुसार अपनी खेती के तरीकों में बदलाव करना चाहिए।
स्वास्थ्य पर असर और देखभाल
गर्मी और लू का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। गर्मी से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
- ताजे फलों का सेवन करें।
- अत्यधिक धूप में बाहर निकलने से बचें।
- घर के अंदर रहें और पंखे या एसी का उपयोग करें।
- यदि शरीर में गर्मी के कारण कोई समस्या महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।