Cyclone Remal: रविवार को भोपाल के राजभोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिगो की हैदराबाद उड़ान को इमरजेंसी लेंडिंग करानी पड़ी। यह विमान हैदराबाद से इंदौर जा रहा था, लेकिन इंदौर में खराब मौसम के कारण इसे भोपाल डायवर्ट कर दिया गया। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि इंदौर एयरपोर्ट पर अचानक तेज हवाएं चलने लगी थीं, जिसके चलते इंदौर में लेंडिंग संभव नहीं थी। इसलिए फ्लाइट संख्या 6ई-6915 को भोपाल के लिए डायवर्ट किया गया।
उड़ान की इमरजेंसी लेंडिंग की वजह
रविवार को इंदौर में अचानक मौसम खराब हो गया, जिससे इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई-6915 को इंदौर में उतरने की अनुमति नहीं मिली। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी के अनुसार, इंदौर एयरपोर्ट पर अचानक तेज हवाएं चलने लगी थीं, जो लेंडिंग के लिए खतरनाक साबित हो सकती थीं। इसलिए, विमान को सुरक्षित रूप से भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर उतारा गया।
मौसम का प्रभाव
प्रदेश के कई हिस्सों में रेमल तूफान का प्रभाव नजर आया है, जिसके कारण तेज हवाएं इंदौर की ओर बढ़ रही थीं। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान रेमल के कारण इंदौर में भी मौसम पर इसका असर पड़ा। यह तूफान पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में लैंडफॉल कर रहा था, जिसके चलते इंदौर समेत एमपी के कई जिलों में भी मौसम में बदलाव देखा गया।
विमान में यात्रियों की सुरक्षा
इंडिगो की फ्लाइट 6ई-6915 में कुल 180 यात्री सवार थे, जो हैदराबाद से इंदौर आ रहे थे। खराब मौसम के चलते, विमान को डायवर्ट करके भोपाल एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। एयरपोर्ट प्रशासन ने तुरंत ही यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से भोपाल से इंदौर पहुंचाने के इंतजाम किए।
तुरंत सुरक्षा उपाय
भोपाल एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद, एयरपोर्ट स्टाफ ने यात्रियों की सहायता के लिए आवश्यक सभी इंतजाम किए। यात्रियों को आश्वस्त किया गया कि उनकी यात्रा सुरक्षित है और जल्द ही उन्हें इंदौर पहुंचाया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी जरूरी उपाय किए।
चक्रवाती तूफान रेमल का प्रभाव
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान रेमल रविवार रात 10 बजे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में लैंडफॉल कर चुका था। इस तूफान ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और एमपी के कई जिलों में मौसम को प्रभावित किया। कोलकाता में तेज बारिश और हवाओं के चलते 21 घंटे के लिए हवाई यात्रा रोक दी गई थी और 394 फ्लाइटें रद्द कर दी गई थीं।
राज्य आपदा प्रबंधन की भूमिका
इस चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन, एनडीआरएफ, और नौसेना ने मिलकर कमान संभाली। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं तत्परता से जुटी रहीं। इस तूफान का असर एमपी के कई जिलों में भी देखा गया, जहां तेज हवाओं और बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई।
इमरजेंसी लेंडिंग के बाद की स्थिति
भोपाल एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद, सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें आवास और भोजन की सुविधा प्रदान की गई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने यात्रियों को जल्दी से जल्दी उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं का प्रबंध किया।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
विमान के यात्रियों ने एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता और सुरक्षा उपायों की सराहना की। यात्रियों ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद, उन्हें सुरक्षित तरीके से भोपाल एयरपोर्ट पर उतारा गया और सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गईं।
विमान सेवाओं की जिम्मेदारी
इंडिगो एयरलाइंस ने भी इस घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखा। एयरलाइंस ने यात्रियों को उनकी यात्रा के बाकी हिस्से के लिए उचित व्यवस्था की और उनके आराम और सुरक्षा को प्राथमिकता दी। विमान सेवाओं ने यह सुनिश्चित किया कि सभी यात्री समय पर और सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।