Income Tax Return: नए टैक्स रिजीम ने खींचा ध्यान, 72 प्रतिशत लोगों ने चुना नया विकल्प
नई दिल्ली: भारत में इस साल इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) फाइलिंग का एक नया रिकॉर्ड बना है। 31 जुलाई की निर्धारित समयसीमा तक देश में 7.28 करोड़ से अधिक लोगों ने आईटीआर फाइल किया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक है। आयकर विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल इसी अवधि में 6.77 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए थे। इस साल यह संख्या 9 करोड़ को पार करने की उम्मीद है, जो बताता है कि टैक्सपेयर्स की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
नए टैक्स रिजीम का आकर्षण
इस साल 5.27 करोड़ यानी 72 प्रतिशत टैक्सपेयर्स ने नए टैक्स रिजीम को चुना, जो यह दर्शाता है कि लोग नए टैक्स विकल्प की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वहीं, 2.01 करोड़ टैक्सपेयर्स ने कर छूट वाली पुरानी टैक्स रिजीम को अपनाया। पहली बार रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 58.57 लाख रही, जो टैक्स बेस बढ़ने का संकेत है।
आईटीआर फाइलिंग में साल दर साल वृद्धि
वित्त वर्ष | कुल फाइलिंग (करोड़ में) |
---|---|
2020–21 | 5.78 |
2021–22 | 5.77 |
2022–23 | 5.83 |
2023–24 | 6.77 |
2024–25* | 7.28 |
(*अनुमानित) | 9.0* |
आयकर विभाग ने उम्मीद जताई है कि इस साल कुल आईटीआर फाइलिंग 9 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी। पिछले पांच वर्षों में पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में 75 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, जबकि आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
भारत में आय और टैक्स फाइलिंग का वितरण
भारत में टैक्स फाइल करने वाले लोगों की आय की हिस्सेदारी भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार, 57 प्रतिशत लोगों की सालाना आय 2.5 लाख से कम है, जबकि 18 प्रतिशत लोगों की आय 2.5-5 लाख के बीच है। 5-10 लाख आय वाले लोग 17 प्रतिशत हैं, 10-50 लाख वाले 07 प्रतिशत और 50 लाख से अधिक आय वाले 01 प्रतिशत हैं।
सालाना आय | हिस्सेदारी (%) |
---|---|
2.5 लाख से कम | 57 |
2.5-5 लाख | 18 |
5-10 लाख | 17 |
10-50 लाख | 07 |
50 लाख से अधिक | 01 |
विभिन्न देशों में टैक्स फाइलिंग प्रतिशत
भारत में मात्र 6.5 प्रतिशत लोग टैक्स फाइल करते हैं, जो अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। अमेरिका में 59.9 प्रतिशत, ब्रिटेन में 56 प्रतिशत, फ्रांस में 58 प्रतिशत और चीन में 9.8 प्रतिशत लोग टैक्स फाइल करते हैं।
देश | टैक्स फाइलिंग (%) |
---|---|
भारत | 6.5 |
अमेरिका | 59.9 |
ब्रिटेन | 56 |
फ्रांस | 58 |
चीन | 9.8 |
इस साल आईटीआर फाइलिंग में वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य और नागरिकों की आय में सुधार का संकेत है। टैक्सपेयर बेस का बढ़ना, विशेषकर नए टैक्स रिजीम का चयन, दर्शाता है कि लोग सरकार की नीतियों में विश्वास जता रहे हैं और कर योगदान देने के लिए तैयार हैं। टैक्स फाइलिंग का यह नया रिकॉर्ड भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।