Kal Ka Mausam 21 May 2024: भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम का बदलाव लगातार जारी है। तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों में 5.8 किलोमीटर की ऊँचाई तक परिसंचरण फैला हुआ है। वहीं, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इसके अलावा, एक गर्त रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से गंगा के पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और झारखंड से होकर गुजरती है।
मध्य महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती परिसंचरण है, और यहाँ से कर्नाटक तट तक एक गर्त रेखा फैली हुई है। पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर मौसम गतिविधियों का प्रभाव देखा गया है, जो नीचे विस्तार से बताया गया है।
पिछले 24 घंटों में मौसम गतिविधियाँ
कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, सिक्किम, लक्षद्वीप और असम में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़े। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के भी दौर देखने को मिले। इसके अलावा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, झारखंड और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई।
ओडिशा, छत्तीसगढ़, गंगा के पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में हल्की बारिश हुई। वहीं, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में बहुत हल्की बारिश दर्ज की गई। कल, गुजरात क्षेत्र, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग स्थानों में लू की स्थिति भी देखी गई।
अगले 24 घंटों में संभावित मौसम गतिविधियाँ
अगले 24 घंटों में, केरल में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
सिक्किम, लक्षद्वीप, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और दक्षिण मध्य प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है। हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में लू की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मौसम विश्लेषण और प्रभावित क्षेत्र
तमिलनाडु में परिसंचरण के कारण मौसम में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस परिसंचरण का प्रभाव कर्नाटक और केरल तक भी दिखाई दे रहा है। उधर, उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण से गंगा के मैदानी इलाकों तक मौसम की गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं।
मध्य महाराष्ट्र में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण से कर्नाटक तट तक मौसम में उथल-पुथल मची हुई है। कोंकण और गोवा क्षेत्र भी इससे अछूते नहीं रहे हैं, जहाँ हल्की से मध्यम बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
भविष्यवाणी और चेतावनी
केरल और तमिलनाडु में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। तेलंगाना और कर्नाटक में भी बारिश के कारण जलजमाव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में भी मौसम की गतिविधियों पर नजर रखने की आवश्यकता है। इन क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण समुद्र में उथल-पुथल और तटीय क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।