Jharkhand Weather Today: झारखंड की राजधानी रांची समेत अन्य जिलों में बीते 24 घंटे में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की बारिश देखी गई। सबसे अधिक वर्षा 16.2 मिमी सिमडेगा में दर्ज की गई। वहीं, सबसे अधिक तापमान 42.5 डिग्री सरायकेला में और सबसे कम तापमान 25.5 डिग्री रांची में दर्ज किया गया। आज भी कई जिलों में बारिश होने का अनुमान है।
मौसम का प्रभाव और विशेषज्ञ की राय
रांची मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक डिप्रेशन देखा जा रहा है, जिसका असर झारखंड पर बना हुआ है। इससे राज्य के कई जिलों में बारिश और वज्रपात की स्थिति है। अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट भी संभव है, जिससे मौसम खुशनुमा बना रहेगा।
आज का मौसम पूर्वानुमान
बारिश और वज्रपात का अलर्ट
आज पूरे राज्य में बारिश होने का अनुमान है। इन जिलों में वज्रपात को लेकर भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तेज हवा 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है, इसलिए इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। रोड पर वाहन चलाने से परहेज करने की भी हिदायत दी गई है।
तापमान का अनुमान
आज के संभावित तापमान की बात करें तो देवघर, दुमका, धनबाद, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज में अधिकतम 35 व न्यूनतम 27 डिग्री रहने का अनुमान है। कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, पलामू में अधिकतम 40 डिग्री व न्यूनतम 29 डिग्री, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला में अधिकतम 37 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री और पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला में अधिकतम 36 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री तापमान दर्ज किया जा सकता है।
मौसम का स्वास्थ्य पर प्रभाव
मौसम में बदलाव का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। बारिश के दौरान नमी बढ़ने से त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हमारे शरीर में पर्याप्त नमी बनी रहे। पानी पीना और हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। इसी के साथ, बारिश के दौरान मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, हमें मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए।
फसलों पर मौसम का असर
झारखंड में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है और मौसम का सीधा असर फसलों पर पड़ता है। बारिश फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है, लेकिन अत्यधिक बारिश से फसलों को नुकसान भी पहुंच सकता है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
पर्यटन पर प्रभाव
झारखंड के पर्यटन स्थलों पर भी मौसम का बड़ा असर पड़ता है। बारिश के दौरान पर्यटक स्थलों की यात्रा कम हो जाती है, लेकिन कई लोग मानसून के मौसम में झारखंड की हरियाली का आनंद लेने आते हैं। रांची का प्रसिद्ध पतरातू घाटी, हुंडरू फॉल्स और दसम फॉल्स जैसे स्थान इस मौसम में और भी सुंदर हो जाते हैं।
आने वाले दिनों का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी झारखंड में बारिश की संभावना बनी हुई है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है। विशेषकर, बंगाल की खाड़ी में बनने वाले साइक्लोनिक डिप्रेशन के कारण बारिश की गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है।
सुरक्षा और सतर्कता के उपाय
लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बिजली की गरज के दौरान खुले स्थानों पर जाने से बचें। पानी भराव वाले क्षेत्रों में जाने से भी परहेज करें। वाहन चालकों को तेज बारिश के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।
किसानों के लिए विशेष सलाह
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। बारिश के पानी का उचित प्रबंधन करें ताकि फसलें जलभराव से प्रभावित न हों। साथ ही, कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार बीज बोआई और उर्वरकों का उपयोग करें।
फसल सुरक्षा के उपाय
फसलों को कीट और रोगों से बचाने के लिए जैविक और रासायनिक उपाय अपनाएं। मवेशियों को बारिश से बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रखें और उनके लिए पर्याप्त चारा और पानी की व्यवस्था करें।