Mausam Ki Jankari : दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में बारिश तो हो रही है, मगर उमस से लोगों का जीना हराम हो गया है। पिछले हफ्ते की बारिश ने दिल्ली और नोएडा के लोगों को कुछ राहत जरूर दी थी, लेकिन इस समय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बारिश की कोई संभावना नहीं जताई है। उमस भरी गर्मी से परेशान लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
पूर्वी भारत में मानसून की मजबूती
पूर्वी भारत में मानसून धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है। आईएमडी ने बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इससे इन इलाकों में गर्मी से राहत मिलेगी और फसलों के लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है।
दक्षिण-पश्चिम भारत में भारी बारिश का अलर्ट
आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिमी राज्यों के लिए अगले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, आंतरिक कर्नाटक, कोंकण, गोवा और केरल में भारी बारिश की संभावना है।
स्काईमेट वेदर की भविष्यवाणी
स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है। केरल, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हो सकती है।
मानसून कमजोर होने के कारण
आईएमडी ने बताया कि मानसून की सुस्ती का मुख्य कारण मानसून की अक्षांश रेखा के नीचे दक्षिण भाग में होना है। हालांकि, इसमें बदलाव होना शुरू हो चुका है और जल्द ही इसका झुकाव विषुवत रेखा के उत्तरी भाग की ओर होगा। 31 जुलाई तक गंगा के पश्चिम बंगाल वाले हिस्से के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की उम्मीद है, जिससे उत्तरी भारत में भारी बारिश हो सकती है।
हल्का पश्चिमी विक्षोभ
चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब के इलाकों में विकसित होने की संभावना है। इसका प्रभाव पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड पर हो सकता है, जिससे इन इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।