Monsoon Update: भारत में शीघ्र ही वर्षा का आगमन होने वाला है, इसकी पुष्टि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपनी ताजा भविष्यवाणी में की है। विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून 31 मई के आसपास केरल पहुंचने की संभावना है। यह सामान्य तौर पर 1 जून को आता है, लेकिन इस साल इसमें थोड़ी देरी हो सकती है।
मॉनसून की अग्रिम गतिविधियों का संकेत
मौसम विभाग के अनुसार मॉनसून 19 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दस्तक दे सकता है। आमतौर पर यह 20 से 22 मई के बीच इस क्षेत्र में प्रवेश करता है। यह मॉनसून के देश के अन्य हिस्सों में आगे बढ़ने का संकेत देता है।
अच्छे मॉनसून की संभावना
मौसम विभाग का अनुमान है कि इस साल मॉनसून सामान्य से अधिक वर्षा ला सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अल नीनो मौसम प्रणाली कमजोर हो रही है और ला नीना स्थितियां सक्रिय हो रही हैं।
गर्मी का प्रकोप
हालांकि, मॉनसून की शुरुआत से पहले, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में तीव्र गर्मी का अनुभव होने की संभावना है। 16 मई से इन क्षेत्रों में लू चलने की आशंका है।
इन राज्यों में लू का प्रकोप
पश्चिम राजस्थान, पंजाब, दक्षिण हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात के कुछ हिस्सों में 16 से 19 मई तक लू चल सकती है। इसके अलावा, 15-16 मई को कोंकण, 16-17 मई को सौराष्ट्र और कच्छ, 18-19 मई को दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी लू चलने की संभावना है।
दक्षिण भारत में बारिश
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 20 मई तक भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में 19 मई तक भारी वर्षा का अनुमान है।
पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश
अरुणाचल प्रदेश में 16-19 मई और असम और मेघालय में 17-19 मई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।