नई दिल्ली: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) के लाभार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। कृषि विभाग ने 18वीं किस्त (PM Kisan 18th Installment) के लिए लाभार्थियों की सूची बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि, इस सूची को किस्त ट्रांसफर करने से पहले भी रिवाइज किया जाता है। यदि आपने अब तक ईकेवाईसी और भूलेख सत्यापन नहीं करवाया है, तो आपको 18वीं किस्त से वंचित रहना पड़ सकता है।
17वीं किस्त का वितरण और समस्याएँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वाराणसी दौरे के दौरान पात्र किसानों के खाते में 17वीं किस्त का ट्रांसफर किया था, जिसका लाभ 9.26 करोड़ किसानों को मिला। इसका मतलब यह है कि लगभग ढाई करोड़ किसान इस बार पीएम किसान योजना के लाभ से वंचित रह गए थे। इसके पीछे मुख्य कारण ईकेवाईसी और भूलेख सत्यापन की कमी थी।
सरकार के नियमों का पालन क्यों है आवश्यक
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अब तक 17 किस्तें जारी हो चुकी हैं। हर चार माह में किस्तों का ट्रांसफर किया जाता है, इसलिए अक्तूबर माह में 18वीं किस्त के किसानों के खाते में पहुंचने की संभावना है। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक तारीख की पुष्टि नहीं की गई है।
यदि आपके खाते में 17वीं किस्त का लाभ नहीं पहुंचा है, तो सबसे पहले अपना पंजीकरण चेक करें। कई बार रजिस्ट्रेशन में त्रुटियाँ होने की वजह से लाभार्थियों को किस्त से वंचित कर दिया जाता है। इसके अलावा, कुछ किसान जिनकी जमीन बिक चुकी है, वे भी योजना का लाभ ले रहे हैं, जो कि एक अन्य समस्या है।
ईकेवाईसी और भूलेख सत्यापन: दो महत्वपूर्ण कदम
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त के लाभार्थियों की सूची के अनुसार, लगभग 9 करोड़ 26 लाख किसानों को लाभ मिला था, जबकि ढाई करोड़ किसान इस बार भी किस्त के लाभ से चूक गए थे। सभी पात्र किसानों के लिए ईकेवाईसी और भूलेख सत्यापन कराना अनिवार्य है। यदि कोई किसान ये दोनों प्रक्रियाएँ पूरी नहीं करता, तो उसे अगली किस्त का लाभ नहीं मिल सकता।
18वीं किस्त के लिए किसानों को तत्काल ईकेवाईसी और भूलेख सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए। इससे न केवल उनकी किस्तें समय पर मिलेंगी, बल्कि वे किसी भी भविष्य की समस्याओं से भी बच सकेंगे। अक्तूबर के पहले सप्ताह में किसानों के खाते में 18वीं किस्त भेजे जाने की संभावना है, इसलिए सभी लाभार्थियों को समय पर इन आवश्यक कार्यों को पूरा करने की सलाह दी जाती है।