Public Holiday: इस बार 17 जुलाई को पूरे देश में मुहर्रम मनाया जाएगा। इस दिन सभी सरकारी और प्राइवेट ऑफिस, फैक्ट्रियां, स्कूल बंद रहेंगे। सरकार ने आदेश जारी किया है कि सार्वजनिक अवकाश के दिन किसी भी कर्मचारी से काम नहीं लिया जाएगा। हालांकि, सरकार चांद दिखने की सूचना पर मोहर्रम की छुट्टी का निर्देश जारी कर सकती है।
मुहर्रम: कर्बला के शहीदों का गम
मुहर्रम का त्योहार कर्बला के शहीदों की याद में मनाया जाता है। इस दिन शिया समुदाय के लोग काले कपड़े पहनकर घरों, मस्जिदों और इमामबाड़ों में गम की मजलिसों में शामिल होते हैं। कर्बला की लड़ाई, हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत को याद किया जाता है। यह दिन दुख और शोक का प्रतीक है, जब लोग अपने धर्म के लिए शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
अवकाश के दिन बंद रहेंगे स्कूल और ऑफिस
मुहर्रम के अवसर पर निम्नलिखित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सभी स्कूल और ऑफिस बंद रहेंगे:
- उत्तर प्रदेश
- उत्तराखंड
- हरियाणा
- केरल
- मणिपुर
- मेघालय
- नागालैंड
- पांडिचेरी
- पंजाब
- सिक्किम
- पश्चिम बंगाल
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- छत्तीसगढ़
- गोवा
- दादरा और नगर हवेली
- दमन और दीव
हालांकि, अभी तक इसके लिए आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।
मुहर्रम का महत्व
मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है और इसका दसवां दिन, जिसे “आशूरा” कहा जाता है, सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन कर्बला की लड़ाई में हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों ने इस्लाम की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे। उनकी शहादत को याद करते हुए, शिया मुस्लिम समुदाय इस दिन को गम और शोक के रूप में मनाता है।
मुहर्रम एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है जो हमें शहादत और बलिदान की याद दिलाता है। इस दिन का अवकाश न केवल हमें इस महत्वपूर्ण घटना की याद दिलाता है, बल्कि इसे मनाने का अवसर भी प्रदान करता है। 17 जुलाई को मुहर्रम के अवसर पर हम सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करें और उनके बलिदान को याद रखें।