Punjab Ka Mausam : गर्मी से थोड़ी राहत के बाद, पंजाब में फिर लू का प्रकोप तीव्र हो गया है। मौसम विभाग ने रविवार से तीन दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
शनिवार को हालांकि कुछ राहत रही, लेकिन अधिकतम तापमान सामान्य के करीब और न्यूनतम सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। गुरदासपुर 42.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म शहर रहा, जबकि अबोहर में न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अमृतसर का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस,
लुधियाना 39.4 डिग्री सेल्सियस,
पटियाला 40.7 डिग्री सेल्सियस,
पठानकोट 39.9 डिग्री सेल्सियस,
बठिंडा 41.0 डिग्री सेल्सियस,
फरीदकोट 41.1 डिग्री सेल्सियस,
फिरोजपुर 39.3 डिग्री सेल्सियस
जालंधर 38.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
न्यूनतम तापमान में, अमृतसर 23.3 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस कम)
लुधियाना 21.8 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस कम)
पटियाला 26.1 डिग्री सेल्सियस
पठानकोट 24.1 डिग्री सेल्सियस
बठिंडा 24.0 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस कम)
बरनाला 23.9 डिग्री सेल्सियस
फरीदकोट 25.4 डिग्री सेल्सियस
फिरोजपुर 24.3 डिग्री सेल्सियस
जालंधर 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मानसून की राहत 27 जून को
मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक, डॉ. एके सिंह के अनुसार, 27 जून को पंजाब में मानसून आने की आशंका जताई है। इस बार मानसून सामान्य से अधिक बर्षा लाएगा।
पंजाब के कुछ इलाकों में पिछले साल बाढ़ का प्रकोप देखने को मिला था। इस बार क्या स्थिति रहेगी, इस सवाल के जवाब में डॉ. सिंह ने कहा कि चरम मौसम की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसके कारण सटीक भविष्यवाणी करना मुश्किल है। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग को चरम मौसम स्थितियों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदूषण बढ़ रहा है, लेकिन पौधरोपण के बजाय पेड़ों का कटान हो रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूं की पराली और धान की भूसी जलाने से प्रदूषण में और वृद्धि हो रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि मई महीने में 47 और 48 डिग्री सेल्सियस तापमान को ही अत्यधिक माना जाता था। इस बार, तीव्र लू के कारण तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि अब इस गर्मी के मौसम में तापमान इससे अधिक नहीं बढ़ने की संभावना है।