Rain in Sikkim : सिक्किम में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने राज्य में बाढ़ का विकराल रूप ले लिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे कई जगहों पर भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इस प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है और भारी नुकसान पहुंचाया है।
तीस्ता नदी का उफान: राज्य की सबसे बड़ी नदी, तीस्ता नदी, अपने उफान पर है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है और कई जगहों पर तटबंध टूट चुके हैं। तीस्ता नदी का उग्र रूप देखकर ऐसा लग रहा है कि वह सब कुछ अपने साथ बहा ले जाएगी।
नदी का बदला रास्ता: तीस्ता नदी ने कई जगहों पर अपना रास्ता बदल लिया है, जिससे आसपास के इलाकों में भारी बाढ़ आई है। नदी के कटाव से भी काफी नुकसान हुआ है।
लाचुंग में बाढ़ की स्थिति: लाचुंग शहर में भी बाढ़ की स्थिति है। कई घर और दुकानें पानी में डूब गई हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
भूस्खलन की घटनाएं: लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं। इन घटनाओं में कई लोगों की जानें गई हैं और कई लोग घायल हुए हैं।
कलिंपोंग में तबाही: कलिंपोंग का तीस्ता बाजार अभी भी पानी में डूबा हुआ है। बाढ़ के कारण लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
सड़कें बंद और यातायात में व्यवधान
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद: राज्य के कई इलाकों में बाढ़ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10 बंद हो गया है। इससे सिक्किम को बाकी देशों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क बाधित हो गई है।
वाहनों की लंबी कतारें: नेशनल हाईवे बंद होने से सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। जाम की स्थिति बनी हुई है।
लोगों की परेशानी: लोग सड़कों पर फंसे हुए हैं और उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी हो रही है। गाड़ियों को काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है।
सिक्किम प्रशासन का प्रयास: सिक्किम प्रशासन दूसरे रास्तों के जरिए लोगों को निकालने में जुटा है।
तीस्ता नदी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर चुकी है। इससे बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।