School College closed, लखनऊ: कांवड़ यात्रा के चलते उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान भीड़ और यातायात समस्या से बचना है।
मुजफ्फरनगर जिले में 26 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूल बंद
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कांवड़ यात्रा के चलते सभी स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। जिलाधिकारी अरविंद मल्लपा के आदेश के अनुसार, जिले के सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों, मदरसों, डिग्री कॉलेज, डायट, और टेक्निकल इंस्टीट्यूट को 26 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रखा जाएगा।
हरिद्वार जिले में 27 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूलों की छुट्टी
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में कांवड़ मेला शुरू हो चुका है, जिसके मद्देनजर जिले के स्कूलों में छुट्टी के आदेश जारी किए गए हैं। कक्षा एक से 12वीं तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 27 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रहेंगे।
राज्य | जिला | छुट्टी की अवधि |
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उत्तर प्रदेश | मुजफ्फरनगर | 26 जुलाई से 2 अगस्त |
उत्तराखंड | हरिद्वार | 27 जुलाई से 2 अगस्त |
वाराणसी, इंदौर, उज्जैन में सावन भर बदला वीक ऑफ
कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में भीड़ के चलते बच्चों को परेशानी न हो, इसके मद्देनजर वाराणसी, इंदौर और उज्जैन में सावन भर स्कूलों में सोमवार को छुट्टी रखने का फैसला पहले ही लिया जा चुका है। इन जिलों में स्कूल सोमवार की बजाय रविवार को खुलेंगे।
राज्य | जिले | नए वीक ऑफ के दिन |
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उत्तर प्रदेश | वाराणसी | सोमवार के बजाय रविवार |
मध्य प्रदेश | इंदौर, उज्जैन | सोमवार के बजाय रविवार |
कांवड़ यात्रा का महत्व और प्रशासनिक तैयारियां
कांवड़ यात्रा, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें श्रद्धालु गंगा नदी से जल लेकर अपने-अपने शिवालयों में अभिषेक करने जाते हैं। इस दौरान लाखों की संख्या में लोग हरिद्वार और अन्य तीर्थ स्थलों पर एकत्रित होते हैं।
प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है।
यात्रा मार्ग पर विशेष व्यवस्थाएं
यात्रा मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।