Ship Wreck Found Under Sea, सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी से 286 मील उत्तर में स्थित साउथ वेस्ट रॉक्स के तट पर 170 मीटर की गहराई में वैज्ञानिकों को 55 साल बाद MV नूनगाह का मलबा मिला है। यह जहाज 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले तूफान में फंसकर समुद्र में डूब गया था। उस समय जहाज रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हुआ था, जिसमें 20 लोगों की जान चली गई थी।
तूफान में फंसा और गायब हुआ जहाज
साल 1969 में MV नूनगाह ने 26 लोगों के साथ न्यूकैसल से ऑस्ट्रेलिया के टाउंसविले के लिए सफर शुरू किया था, लेकिन किनारे से कुछ ही दूरी पर यह समुद्र में गायब हो गया। जहाज के डूबने के कुछ घंटों बाद चालक दल के 5 सदस्यों को पानी से जीवित बाहर निकाल लिया गया था और एक ही शव मिला था। बाकी लोगों के शव आज तक नहीं मिले।
मलबे की पुष्टि और उसकी स्थिति
पिछले महीने अनुसंधानकर्ताओं ने समुद्र में हाई रिजॉल्यूशन मैपिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करके मलबे की खोज की पुष्टि की। राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान संगठन (CSIRO) के रिसर्चर मैट किम्बर के अनुसार, जहाज का मलबा समुद्र की सतह से 170 मीटर नीचे पाया गया, जो क्षतिग्रस्त नहीं है और समुद्र तल पर सीधा पड़ा हुआ है। शोधकर्ताओं ने यह भी पुष्टि की कि मलबा MV नूनगाह का ही था।
जानकारी | विवरण |
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जहाज का नाम | MV नूनगाह |
डूबने की तारीख | 25 अगस्त 1969 |
लोकेशन | सिडनी से 286 मील उत्तर में, साउथ वेस्ट रॉक्स |
गहराई | 170 मीटर (550 फीट) |
चालक दल के सदस्य | 26 |
जीवित बचे | 5 |
मलबा खोज की पुष्टि | पिछले महीने |
लोहे का सामान ले जा रहा था मालवाहक जहाज
25 अगस्त 1969 को न्यू साउथ वेल्स के तट पर लोहे का सामान ले जाते समय मालवाहक जहाज को भीषण समुद्री तूफान का सामना करना पड़ा। मुसीबत में फंसने का मैसेज भेजने के कुछ ही मिनटों बाद जहाज डूब गया और गायब हो गया। रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी ने सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें 12 घंटे बाद 3 लोग लकड़ी के तख्ते से चिपके मिले। 2 अन्य लोगों को समुद्र में 2 अलग-अलग जीवन रक्षक नौकाओं में सवार लोगों ने बचाया।
On 23 August 1969, MV Noongah departed Newcastle with 26 crew. Two nights later, the ship was lost. Until now.
This is the story of how we use our ocean exploration capabilities and work with partners to help find and identify long lost shipwrecks. https://t.co/2iCNEFZEEz
— CSIRO (@CSIRO) July 25, 2024
गोताखोरों की टीम भेजने की योजना
मलबे के बारे में और अधिक जानकारी के लिए अनुसंधानकर्ताओं की टीम अब गोताखोरों को भेजने की योजना बना रही है। इससे जहाज के डूबने के कारणों का पता लगाया जा सकेगा और यह भी जानने का मौका मिलेगा कि इतने वर्षों बाद भी मलबा कैसे सुरक्षित रह पाया।
ऐतिहासिक महत्व का सबसे पुराना जहाज
दुनिया का सबसे पुराना जहाज भी समुद्र के नीचे एक मील से ज्यादा गहराई में बिल्कुल सुरक्षित पड़ा हुआ है, जो रहस्यमयी हालात में 2400 साल पहले डूबा था। MV नूनगाह का मलबा भी इस श्रेणी में महत्वपूर्ण है और इसके अध्ययन से हमें समुद्री इतिहास के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है।