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किसान भाई ध्यान दें! धान की रोपाई के 3 दिन बाद करें इस दवा का छिड़काव…नहीं तो बर्बाद हो जाएगी फसल

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किसान भाई ध्यान दें! धान की रोपाई के 3 दिन बाद करें इस दवा का छिड़काव…नहीं तो बर्बाद हो जाएगी फसल

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धान की फसल में खरपतवार मोथा और नियंत्रण के उपाय

जुलाई का महीना लगभग आधा बीत चुका है और कई राज्यों में धान की रोपाई का कार्य तेजी से चल रहा है। किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण समय है, लेकिन धान की फसल में कई प्रकार के खरपतवार का खतरा भी बना रहता है, जिनमें से मोथा प्रमुख है। मोथा फसल के लिए बेहद हानिकारक है और सही समय पर इसके नियंत्रण के उपाय न किए जाएं तो फसल की पैदावार पर गंभीर असर पड़ सकता है।

मोथा की पहचान और हानि

रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र के सहायक विकास अधिकारी, दिलीप कुमार सोनी (बीएससी एजी), बताते हैं कि मोथा एक प्रकार का हरा रंग का खरपतवार है, जिसकी पत्तियां तिकोनी होती हैं और जड़ें जमीन में गहराई तक होती हैं। यह पत्तियां बड़ी होने पर सख्त हो जाती हैं और सूखने पर भूरे रंग का दिखाई देती हैं। मोथा फसल के विकास में बाधक होता है और इसे समय पर नियंत्रित न करने पर फसल की पैदावार में भारी कमी हो सकती है।

मोथा से बचाव के उपाय

मोथा खरपतवार से धान की फसल को बचाने के लिए दिलीप कुमार सोनी निम्नलिखित उपाय सुझाते हैं:

  1. निराई करना: धान की फसल की दो बार निराई करनी चाहिए, ताकि खेत में उगने वाले खरपतवार को नष्ट किया जा सके।
  2. कीटनाशक का छिड़काव: फसल रोपाई के 2 से 3 दिन बाद कृषि विशेषज्ञ की सलाह पर निम्नलिखित कीटनाशकों का छिड़काव करना चाहिए:
    • पेंडीमेथलीन 30 ई.सी.
    • ब्यूटी फ्लोर 50% ईसी
    • प्रोटीन फ्लोर ऑक्सीफ्लोरफेन
    • पाइराजोसल्फ्यूरान इथाईल डब्ल्यू पी

इन कीटनाशकों का उपयोग करके किसान अपनी फसल को मोथा खरपतवार से बचा सकते हैं और फसल की पैदावार को बढ़ा सकते हैं।

तालिका: मोथा से बचाव के उपाय

उपायविवरण
निराई करनाधान की फसल की दो बार निराई करें।
कीटनाशक का छिड़कावपेंडीमेथलीन 30 ई.सी., ब्यूटी फ्लोर 50% ईसी, प्रोटीन फ्लोर ऑक्सीफ्लोरफेन, पाइराजोसल्फ्यूरान इथाईल डब्ल्यू पी का छिड़काव करें।

विशेषज्ञ की सलाह

दिलीप कुमार सोनी का मानना है कि सही समय पर मोथा खरपतवार का नियंत्रण करने से धान की फसल की पैदावार में सुधार होता है और किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।

निष्कर्ष

धान की फसल में खरपतवार मोथा से बचाव के उपायों को अपनाकर किसान अपनी फसल को बेहतर बना सकते हैं। इसके लिए समय पर निराई और कीटनाशकों का छिड़काव महत्वपूर्ण है। अधिक जानकारी के लिए, कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं और धान की फसल की देखभाल के तरीके पढ़ें।


इस जानकारी को अन्य किसानों के साथ साझा करें ताकि वे भी अपनी फसल को मोथा खरपतवार से बचा सकें और बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकें।

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