UP Electricity News – गोरखपुर: बिजली निगम ने उन घरों के मीटरों की जांच शुरू कर दी है जहां बिजली का कनेक्शन अधिक है, लेकिन बिजली का बिल कम आ रहा है। निगम ने ऐसे घरों की सूची तैयार करके अधिशासी अभियंताओं को सौंप दी है।
जांच की प्रक्रिया
- मीटर की स्पीड चेक: मीटर की स्पीड जांचने के लिए एक से दो मिनट का वीडियो बनाया जा रहा है।
- मीटर की छेड़छाड़ की जांच: शुरुआती चरण में कई मीटरों में छेड़छाड़ की बात सामने आई है।
- अधिकारियों की मॉनिटरिंग: इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी निगम के उच्च अधिकारी खुद कर रहे हैं।
कार्रवाई के कदम
- अभियंताओं को सूची सौंपने के बाद, उन्होंने क्षेत्र के जेई और मीटर रीडरों को जांच के लिए भेजना शुरू कर दिया है।
- मीटर रीडर उपभोक्ताओं को फोन करके जांच की प्रक्रिया की जानकारी दे रहे हैं।
जांच से मिलने वाली जानकारी
अधीक्षण अभियंता शहरी लोकेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मीटर जांच से निम्नलिखित बातों का खुलासा होगा:
- घरों में बिजली का वास्तविक उपयोग कितना हो रहा है?
- बिजली का बिल कम क्यों आ रहा है?
- अगर किसी ने अधिक भार का कनेक्शन लिया है और बिल कम आ रहा है तो बाईपास का पता चलेगा।
संभावित परिणाम
संभावित मुद्दे | परिणाम |
मीटर में छेड़छाड़ | जुर्माना या कानूनी कार्रवाई |
बाईपास का पता | अधिक बिल जारी और कानूनी कार्रवाई |
वास्तविक उपयोग | उपभोक्ताओं को सही बिल भेजा जाएगा |
बिजली निगम की इस जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि गोरखपुर में बिजली का उपयोग और बिलिंग प्रणाली कितनी पारदर्शी है। उपभोक्ताओं को भी उचित बिल मिलेगा और बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा।