UP Corridor News, लखनऊ/कानपुर: उत्तर प्रदेश को नई सड़कों और बेहतर कनेक्टिविटी की सौगात मिली है। शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट ने 8 नए राष्ट्रीय हाईस्पीड रोड कॉरिडोर की घोषणा की, जिसमें से तीन प्रमुख परियोजनाएं उत्तर प्रदेश में स्थापित होंगी। इन परियोजनाओं से अयोध्या, कानपुर, और आगरा क्षेत्र को विशेष रूप से लाभ होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से राज्य में पर्यटन, उद्योग और विकास की गति को बल मिलेगा।
अयोध्या को मिली 4 लेन रिंग रोड की सौगात
अयोध्या, जिसे रामनगरी के नाम से भी जाना जाता है, अब 4 लेन रिंग रोड की सुविधा से सुसज्जित होगी। 68 किलोमीटर लंबी यह एक्सेस-नियंत्रित रिंग रोड 3935 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जाएगी। यह रिंग रोड NH 27 (ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर), NH 227 ए, NH 227 बी, NH 330, NH 330 ए, और NH 135 ए जैसे राष्ट्रीय राजमार्गों पर भीड़भाड़ को कम करेगी। इससे राम मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अयोध्या में बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों की आमद को देखते हुए, इस रिंग रोड की स्वीकृति से शहर के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
कानपुर में 6 लेन रिंग रोड की मंजूरी
कानपुर को भी नई सड़कों का तोहफा मिला है। शहर में 47 किलोमीटर लंबी 6 लेन रिंग रोड की परियोजना को मंजूरी दी गई है। यह परियोजना इंजिनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) मोड में 3298 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी। रिंग रोड शहर के चारों ओर एक 6 लेन नैशनल हाइवे रिंग बनाएगी, जिससे लंबी दूरी की यातायात को शहर की ओर जाने वाले यातायात से अलग किया जा सकेगा। यह परियोजना NH 19, NH 27, NH 34, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, और गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ाव में भी मदद करेगी।
6 लेन आगरा-ग्वालियर कॉरिडोर: यात्रा समय में 50% की कमी
आगरा और ग्वालियर के बीच 6 लेन का हाईस्पीड कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के देवरी गांव से शुरू होकर मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के सुसेरा गांव तक जाएगा। 88 किलोमीटर लंबी इस परियोजना की कुल लागत 4,613 करोड़ रुपये होगी। इस कॉरिडोर के निर्माण से आगरा और ग्वालियर के बीच की दूरी में 7 प्रतिशत और यात्रा समय में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। साथ ही, यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों, जैसे ताजमहल और ग्वालियर किला, के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
परियोजना | लंबाई | लागत | विशेषताएँ |
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अयोध्या रिंग रोड | 68 किमी | 3935 करोड़ रुपये | 4 लेन एक्सेस-नियंत्रित |
कानपुर रिंग रोड | 47 किमी | 3298 करोड़ रुपये | 6 लेन रिंग रोड |
आगरा-ग्वालियर कॉरिडोर | 88 किमी | 4,613 करोड़ रुपये | 6 लेन ग्रीनफील्ड हाइवे |
परियोजनाओं का आर्थिक और सामाजिक महत्व
इन तीनों परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, उद्योग, और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा। इन हाईस्पीड रोड कॉरिडोर की स्थापना से लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार, भीड़भाड़ की समस्या का समाधान, और राज्य के विभिन्न हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये परियोजनाएँ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्थानीय जनता के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने में सहायक होंगी।