UP weather today : उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए यूपी में रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर प्रचंड ग्रीष्म लहर और लू के थपेड़े चलेंगे। दिन के तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के भी आसार हैं।
मंगलवार को प्रयागराज रहा सबसे गर्म
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार मंगलवार को प्रयागराज 47.1 डिग्री पारे के साथ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां चार साल बाद जून के महीने में पारा इतने ऊपर गया है। वहीं कानपुर एयरफोर्स पर पारा 46 और लखनऊ, सुलतानपुर, वाराणसी में भी पारा 45 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक का कहना
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार फिलहाल अगले पांच दिनों तक दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ने के कोई आसार नहीं हैं।
मानसून (Monsoon 2024) की बंगाल की खाड़ी से चलने वाली शाखा पिछली 31 मई से निष्क्रिय है जबकि अरब सागर से चलने वाली शाखा पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में अच्छी बारिश दे रही है।
जलाते जून ने तोड़ा पांच साल का रिकॉर्ड
धूप की तल्खी बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भीषण गर्मी और तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया। तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.4 डिग्री ज्यादा रहा।
पांच साल बाद जून में इतनी गर्मी पड़ी है। इसके पहले 2019 में 15 जून को तापमान 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, न्यूनतम तापमान 31 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.8 अधिक था।
बुधवार को भीषण गर्मी का अनुमान
इस बार मई में पारा 45 डिग्री पहुंच चुका है। जैसे हालात हैं, उनको देखकर लग रहा है कि जून के भी पिछले रिकॉर्ड टूट सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन से चार दिन प्रचंड गर्मी से जूझना होगा। मौसम में बदलाव के संकेत फिलहाल नहीं हैं।
मंगलवार को सुबह पौने नौ बजे ही पारा 38 डिग्री पहुंच गया था, जो दोपहर तक 41 डिग्री पार कर गया। शाम सात बजे भी गर्म हवा के थपेड़े परेशान करते रहे।
अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री पार कर सकता है। ऐसे में बाहर निकलने वालों को हीट वेव से बचना होगा। न्यूनतम तापमान 28 डिग्री के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े अस्पतालों में बढ़ रही भीड़
भीषण गर्मी और उमस के चलते शहर में लोग तेजी से बीमार पड़ने लगे हैं। इसका नतीजा है कि इन दिनों शहर के अस्पतालों में उल्टी-दस्त के मरीज काफी बढ़ गए हैं। इसके अलावा बुखार के मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। ओपीडी में भीड़ बढ़ने से सुचारु चल रही व्यवस्था चरमरा गई है।