Aaj Ka Mausam : दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी का कहर जारी है। शनिवार को धूल भरी आंधी ने लोगों को इस गर्मी से थोड़ी राहत दी, लेकिन अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने रविवार को सामान्यतः बादल छाए रहने, हल्की बारिश होने और 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है। अनुमान है कि रविवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
ओडिशा में लू का कहर
ओडिशा की बात करें तो ओडिशा में फ़िलहाल भीषण गर्मी के कारण स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। राज्य सरकार ने शनिवार को कम से कम नौ व्यक्तियों के जान गंवाने की पुष्टि की है। जांच अभी भी जारी है। टिटलागढ़ में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। राज्य के कई हिस्सों में लू का प्रकोप जारी है और लोगों को अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ से राहत
राजस्थान में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कई इलाकों में मौसम बदल गया है। अधिकतम तापमान में गिरावट से लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। शनिवार को गंगानगर सबसे गर्म स्थान रहा।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार आगामी 48 घंटों के दौरान बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ भागों में आंशिक बादल छाए रहने और दोपहर बाद मेघ गर्जन के साथ 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और हल्की- मध्यम बारिश होने की संभावना है। राज्य के अधिकांश भागों में अगले दो-तीन दिन भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
असम में बाढ़ की गंभीर स्थिति
असम में बाढ़ की स्थिति बहुत ही गंभीर बनी हुई है। राज्य के 11 जिलों में 3.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। चक्रवात ‘रेमल’ के परिणामस्वरूप हुई भारी बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में सड़क और रेल संपर्क कट गया है।
28 मई से बाढ़, बारिश और तूफान के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 12 पहुंच गई है। राज्य के विभिन्न जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून बारिश
केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की दस्तक के दो दिन बाद ही भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। दक्षिण और मध्य जिलों में भूस्खलन, पेड़ों के उखड़ने और जलभराव की स्थिति बन गई है। त्रिशूर में मध्यम से तेज बारिश के साथ 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है क्योंकि प्रमुख सड़कों पर जलभराव और खराब दृश्यता के कारण यातायात अवरूद्ध हो सकता है।