Aaj Ka Mausam, Weather Forecast Today: देशभर में इन दिनों भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है। कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जबकि कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 17 जुलाई को कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, गोवा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली का मौसम
देश की राजधानी दिल्ली में मॉनसूनी बूंदाबांदी के साथ उमस भरी गर्मी का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने 17 और 18 जुलाई को दिल्ली में हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना जताई है। इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
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देश के अन्य हिस्सों का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। केरल, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, गंगीय पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
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मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, दक्षिण ओडिशा और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़े चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। मानसून की लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, मंडला, राजनांदगांव, दक्षिण ओडिशा पर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रही है और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के मध्य तक पहुंचती है।
मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर लगभग 72 डिग्री पूर्व देशांतर से 32 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में बनी हुई है।
दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक एक गर्त बना हुआ है। 19 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।